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वित्तपोषित एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों की भूमण्डलीय तापवृद्धि के प्रति जागरूकता का अध्ययन

Author : डॉ. प्रमोद कुमार राजपूत

Abstract :

भूमण्डलीय ताप वृद्धि आज की वैश्विक समस्या है। सभी जानते हैं कि विश्व स्तर पर बढ़ती जनसंख्या, वनों की कटाई, पहाड़ो पर नयी-नयी इमारते बनाने के लिए पहाड़ो का कटान, फैक्ट्ररियों से रिसती भिन्न प्रकार की गैसे, बिजली के उपकरणों जैसेः फ्रीज एवं ए.सी. का अधिक प्रयोग, नयी-नयी फैक्ट्ररियों का निर्माण, ओजोन परत का क्षरण, वाहनों से निकलने वाला धुँआ, अलग-अलग देशों द्वारा परमाणु परीक्षण, तेल के भण्डारण में आग लगना, वनों मंे आग लगना, हरित ग्रह प्रभाव आदि भूमण्डलीय ताप वृद्धि का कारण बनते जा रहे हैं। भूमण्डलीय ताप वृद्धि के कारण तरह-तरह के जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं, जैसे- मौसम में बदलाव, अत्यधिक सर्दी या गर्मी, भयंकर तफूान, चक्रवात, बाढ़, सूखा, ग्लेशरियों का पिघलना आदि।
बी.एड. प्रशिक्षणार्थी चूँकि भावी शिक्षक है, इसलिए उन्हें इन सब बातों का ज्ञान होना चाहिए, इसी सोच के साथ इस शोध कार्य मे बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों की भूमण्डलीय ताप वृद्धि के प्रति जागरूकता को जानने का प्रयास किया गया है।
प्रस्तुत शोध कार्य हेतु सर्वेक्षण विधि, प्रसम्भाव्य प्रतिचयन प्रवधि, स्वनिर्मित उपकरण “भूमण्डलीय तापवृद्धि जागरूकता मापनी” का प्रयोग किया गया है। आकड़ों के विश्लेषण एवं अर्थापन हेतु मध्यमान, मानक विचलन एवं क्रांतिक अनुपात आदि सांख्यिकी प्रविधियांे का प्रयोग किया गया है।

Keywords :

वित्तपोषित महाविद्यालय, स्ववित्तपोषित महाविद्यालय, प्रशिक्षणार्थी, भूमण्डलीय तापवृद्धि, जागरूकता।