समकालीन स्त्री कविता की सांस्कृतिक चेतना
Author : ज्ञान प्रकाश यादव
Abstract :
हिंदी स्त्री कविता का विषय बहुआयामी है। वह अपने निजी अस्तित्त्वबोध के साथ-साथ मानवताबोध पर भी प्रकाश डालती है। वह एक तरह ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक चेतना से युक्त है तो दूसरी तरफ सामाजिक एवं राजनैतिक चेतना से भी। समकालीन स्त्री कविता में नारी-मुक्ति के सवाल के साथ-साथ बराबरी का या एक नागरिक समझें जाने का भाव भी विद्यमान है। इस आलेख में स्त्रियों के सांस्कृतिक संघर्ष को उनकी सांस्कृतिक चेतना के माध्यम से ही रेखांकित किया गया है।
Keywords :
लैंगिक अस्मिता, सांस्कृतिक समूह, सांस्कृतिक चेतना, संघर्ष, नारी-मुक्ति, भूमंडलीकरण, पूँजीवाद, पितृसत्ता एवं मनुस्मृति आदि I