मानवीय संवेदना के झरोखे में पोस्ट बॉक्स नंबर २०३ नालासोपारा
Author : संजू गौरीशंकर उपाध्याय
Abstract :
दूसरे की वेदना से उत्पन्न वेदना, संवेदना है चित्रा मुगदल द्वारा रचित उपन्यास पोस्ट बॉक्स नंबर २०३ नालासोपारा में वहीँ मानवीय संवेदना का चित्रण बड़े ही मार्मिक ढंग से दिखाई देता है।‘किन्नर’, ‘हिजड़ा’, ‘थर्ड जेंडर’ वह जाति है जिसके जीवन में संघर्ष है। फिर भी जीने की जिजीविषा है। इन्हें भी समाज में मौका मिलता तो शायद इनमें से कोई चिकित्सक, अभियंता यह संचालक बन सकते थे। हमारे तिरस्कार के कारण ही उन्हें भीख माँगना पड़ता है और दूसरों के सामने नाच गाकर अपनी जीविका चलानी पड़ती है।
Keywords :
संवेदना, पोस्ट बॉक्स नंबर २०३, किन्नर