भारत में महिला सशक्तिकरण एक कदम सामाजिक विकास की ओर
Author : डॉ. सन्त कुमार मीणा
Abstract :
वर्तमान में हमारे देश के समक्ष कई चुनौतियां हैं जो देश के विकास के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं इस वर्ष हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है देश को आजाद हुए 75 वर्ष पूर्ण होने की खुशी में लेकिन सही मायने में आज भी हमारा देश गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी, आर्थिक विषमता, लिंग असमानता, शिक्षा का अभाव आदि कई मुख्य समस्याओं से ग्रसित हैं । देश के सर्वांगीण विकास के लिए सभी क्षेत्रों आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक आदि का विकास होना आवश्यक हैं और इन सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को नकारा नहीं जा सकता इतिहास गवाह है देश की आजादी हेतु जितनी क्रांतियां हुई है उनमें महिलाओं की सराहनीय भागीदारी रही हैं किंतु हमारे देश में आज भी महिला सशक्तिकरण को और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है क्योंकि हमारे देश की अधिकांश जनसंख्या गांवो में निवास करती हैं और शहरों की अपेक्षा गांवो में महिलाओं की स्थिति दयनीय है आज भी महिलाओं को कमजोर माना जाता है उन्हें केवल घरेलू कार्यों एवं कृषि से संबंधित कार्य तक ही सीमित रखा जाता है । यह पत्र भारत में महिला सशक्तिकरण के बारे में वैचारिक ज्ञान और विश्लेषण से संबंधित हैं।
Keywords :
महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक स्तर