शिक्षा में नवाचार: आभासी शिक्षा की वर्तमान युग में प्रासंगिकता
Author : प्रो. छत्रसाल सिंह
Abstract :
शिक्षा में नवाचार, जैसे कि आभासी शिक्षा, छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करती है, आलोचनात्मक सोच और अनुकूलन क्षमता विकसित करती है। आभासी शिक्षा की प्रासंगिकता प्रौद्योगिकी के माध्यम से पहुंच बढ़ाने, सीखने को अधिक आकर्षक बनाने और छात्रों के लिए वैयक्तिकृत अनुभव प्रदान करने में है। यह पारंपरिक तरीकों से परे जाकर गहन और इंटरैक्टिव शिक्षण प्रदान करती है, जिससे ज्ञान की धारण क्षमता बढ़ती है। वर्चुअल लर्निंग एक ऐसी शैक्षिक पद्धति है जो शिक्षण सामग्री प्रदान करने, संवाद को बढ़ावा देने और प्रगति पर नज़र रखने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करती है। यह शिक्षार्थियों को इंटरनेट कनेक्शन के साथ कहीं भी, कभी भी पाठ्यक्रमों तक पहुँचने में सक्षम बनाती है, जिससे पारंपरिक कक्षा-कक्षों से परे लचीलापन और विविध अवसर मिलते हैं।
वर्चुअल कोर्स ऑनलाइन या डिजिटल मीडिया के माध्यम से प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक कार्यक्रम या सीखने के अनुभव होते हैं। इन पाठ्यक्रमों में शिक्षण सामग्री प्रदान करने, संचार को सक्षम बनाने और प्रतिभागियों की प्रगति को मापने के लिए इंटरनेट और तकनीक का उपयोग किया जाता है I
Keywords :
नवाचार, लचीलापन, शिक्षण, अनुकूलन, आभासी शिक्षा, पाठ्यक्रम, डिजिटल आदि I