महात्मा गांधी के राजनीतिक विचारों की प्रासंगिकता: आज की भारतीय राजनीति का समाजशास्त्रीय विश्लेषण
Author : डॉ. सचेन्द्र कुमार सिंह
Abstract :
महात्मा गांधी के राजनीतिक विचार — सत्याग्रह, अहिंसा, स्वराज, स्वदेशी और सर्वोदय — न केवल भारत की स्वतंत्रता संग्राम की नींव रहे, बल्कि उन्होंने भारतीय राजनीति को नैतिकता, सेवा और जनसहभागिता का नया दृष्टिकोण दिया। आज की भारतीय राजनीति, जो अक्सर सत्ता-संघर्ष, वैचारिक ध्रुवीकरण, जातीय-धार्मिक विभाजन और भ्रष्टाचार जैसी चुनौतियों से जूझ रही है, में गांधी के सिद्धांतों की प्रासंगिकता पुनः उभरकर सामने आती है। यह शोध पत्र गांधी के राजनीतिक विचारों का समकालीन भारतीय राजनीति के संदर्भ में आलोचनात्मक और समाजशास्त्रीय विश्लेषण प्रस्तुत करता है। इसमें आधुनिक राजनीतिक आंदोलनों (जैसे Bharat Jodo Yatra), सरकारी नीतियों (जैसे पंचायत राज, स्वच्छ भारत अभियान) और सामाजिक न्याय के प्रयासों को गांधीवादी दृष्टिकोण से परखा गया है। साहित्य समीक्षा, समाचार स्रोत, और नीति-विश्लेषण के आधार पर यह अध्ययन बताता है कि गांधी के विचार आज भी राजनीतिक नैतिकता, लोकतांत्रिक सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन की दिशा में मार्गदर्शक सिद्ध हो सकते हैं। साथ ही, शोध यह भी इंगित करता है कि आधुनिक राजनीतिक परिदृश्य में गांधीवाद का उपयोग अक्सर प्रतीकात्मक या रणनीतिक रूप में किया जाता है, जिससे इसके मौलिक मूल्यों के क्षरण का खतरा बढ़ जाता है। यह अध्ययन सुझाव देता है कि भारत में सतत लोकतांत्रिक विकास और सामाजिक सद्भाव के लिए गांधीवादी राजनीतिक विचारों का वास्तविक और व्यवहारिक अनुप्रयोग आवश्यक है I
Keywords :
गांधी, राजनीतिक विचार, प्रासंगिकता, भारतीय राजनीति, सत्य, अहिंसा, स्वराज आदि I