मुग़ल कला में अभारतीय कथाओं का चित्रण
Author : हरफूल शर्मा
Abstract :
मुगलकालीन चित्रकला में अभारतीय कथा चित्रण कला और संस्कृति के आदान-प्रदान का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मुगल चित्रकला न केवल भारतीय और फारसी परंपराओं का संगम थी बल्कि इसमें विदेशी तत्वों और कथाओं का भी समावेश हुआ। इसमें विदेशी साहित्य, धर्म, और ऐतिहासिक परंपराओं को भारतीय संवेदनाओं के साथ मिलाकर प्रस्तुत किया गया। यह कला भारत की सांस्कृतिक विविधता और समावेशी दृष्टिकोण का प्रतीक है। इन चित्रों ने न केवल मुगल साम्राज्य के सांस्कृतिक विस्तार को दिखाया बल्कि कला को एक वैश्विक आयाम भी प्रदान किया। अभारतीय कथा चित्रण के माध्यम से मुगल चित्रकला ने न केवल विदेशी संस्कृति को अपनाया बल्कि उसे भारतीय संदर्भ में नया रूप दिया I
Keywords :
परिप्रेक्ष्य, यथार्थवाद, अभारतीय, फारसी, मुग़ल, इस्लामी, यूरोपीय, बाइबिल I