संचार में फोटोग्राफीः एक महत्वपूर्ण उपकरण
Author : वीरेन्द्र कुमार और (डॉ.) शशि कान्त
Abstract :
फोटोगा्रफी सही मायने में संचार के लिए सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली उपकरण बनता जा रहा है। फोटोग्राफ वास्तविकता को प्रतिनिधित्व करता है। फोटोग्राफ देखने मात्र से ही ख़बर का पूरा सार दिमाग में बन जाता है। 1839 में डगुएरियोटाइप के आगमन के बाद से संचार के लिए फोटोगा्रफ एक अहम हिस्सा बन गया है। आज के समय में फोटोग्राफ लेना अब मुख्य रूप से किसी परिवार की चित्रात्मक विरासत को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से किया जाने वाला स्मृति कार्य नहीं रह गया है, बल्कि यह तेजी से किसी व्यक्ति की पहचान निर्माण और संचार का एक उपकरण बनता जा रहा है। वर्तमान में फोटोगा्रफ के उपयोग का बढ़ावा देने के लिए डिजीटल कैमरा, मोबाइल कैमरा और फोटो-ब्लाॅग जैसे उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। संचार के लिए फोटोगा्रफ महत्वपूर्ण कारक है अर्थात हम यह कह सकते हैं कि फोटोग्राफी दृश्य संचार का एक उपकरण है। यह मौखिक या गैर-मौखिक संचार हो सकता है। एक फोटोग्राफर के दो पहलू होते हैं, एक तकनीकी और दूसरा कलात्मक। यदि फोटोग्राफर किसी दृश्य में विषय को इस प्रकार व्यवस्थित करता है कि उसका अर्थ समझ में आए, तो यह फोटोग्राफी का एक पक्ष है। दूसरी ओर, यदि आप कलात्मक ढंग से सोचते हैं तो आप भावनाओं को भड़काने के लिए विषयों को एक दृश्य में व्यवस्थित करते हैं। एक महान फोटोग्राफर के बीच कुछ समानताएँ होती हैं जैसे रचनात्मक नजर, अपने विषय या ग्राहकों से संवाद करने की क्षमता। जब फोटोग्राफर छवि खींचता है, तो यह महत्वपूर्ण है कि उसकी छवि प्रभावी ढंग से संचार करे क्योंकि इसका आपकी तस्वीरों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इस लेख का उद्देश्य यह पता लगाना है कि समय के साथ-साथ फोटोग्राफी कैसे विकसित हुई और संचार के लिए महत्वपूर्ण बनती चली गई साथ ही यह शोध आलेख फोटोग्राफी के महत्व और लोगों के दुनिया को देखने के तरीके को बदलने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डालता है। इस शोध आलेख का उद्देश्य प्रशासकों, समर्थकों, स्थानीय समुदायों और छात्रों के बीच फोटोग्राफी को बढ़ावा देना है।
Keywords :
फोटोग्राफी, न्यूज फोटोगा्रफी, मीडिया, वन्यजीव फोटोग्राफी, फैशन फोटोग्राफी।