महिला उद्यमियों के सशक्तिकरण में आने वाली बाधाओं एवम चुनौतियों का अध्ययन (विशेष छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के संदर्भ में)
Author : डिम्पल अग्रवाल और डाॅ. सुनील श्रीवास्तव
Abstract :
नारी उस समाज का निर्माण करती है जो नेतृत्व करता है नारी और समाज पर किसी भी समाज के पूर्ण आर्थिक विकास के लिए आवश्यक है कि उस समाज में नारी को सामाजिक आर्थिक राजनीतिक सभी रुपों में समान दर्जा दिया जाए। पारंपरिक समय में महिलाएं घरेलू कार्यो में ही अपने आप को देखती थी लेकिन वर्तमान समय में महिलाएं आत्मनिर्भर होना चाहती है इसलिए वे अपना कदम उद्यमिता की ओर बढ़ा रही है। एक समय था जब यह कहा जाता था कि पुरुषों की आय से ही घर का खर्चा चलता है अब महिलाएं भी जागरुक हो गई है वे भी घरेलू खर्चो में अपना योगदान दे रही है। महिलाएं उद्यमिता मे।तो रुचि ले रही है और कार्य भी कर रही है परंतु विश्वास महिलाओं पर विश्वास नही किया जाता है अभी भी यह धारणा लोगों के मन में है कि महिलाएं व्यापार व्यवसाय और उद्यमिता जैसें कार्यो के लिए नही बल्कि घरेलू कार्यो मेें ज्यादा सक्षमह ै। यदि महिलाओं को समाज में पुरुषों के बराबर दर्जा देना है तो शैली मेें बदलाव के साथ ही समाज को महिलाओं के संबंध में अपने विचारों में परिवर्तन करना होगा समाज को यह स्वीकार करना होगा कि जितना सक्षम व्यापार एवम उद्यमिता के लिए पुरुष है उतना ही सक्षम महिलाएं भी है। यह पेपर महिलाओं के समक्ष आने वाली बाधाओं एवम चुनौतियों के अध्ययन के लिए किया गया है जिसमें यह देखा जाएगा कि कौन-कौन से कारक है जो महिला उद्यमिता को बाधित करते है जब समाज मेे बदलाव आने लगा कि महिलाएं भी हर क्षेत्र में कार्य कर सकती है तो क्या कमियां है जो महिलाओं को अभी भी पिछाड़द के रखा हुआ है इसके लिए छ.ग. के रायगढ़ जिले के 200 से 250 महिलाओं का साक्षात्कार विधि एवम प्रश्नावली के माध्यम से अध्ययन कर निष्कर्ष दिया जाएगा।
Keywords :
महिला सशक्तिकरण आर्थिक सशक्तिकरण